डरना ज़रूरी है! डरना ज़रूरी है!
वक्त के हाथों खुद को क्या सौंपा, वक्त से बन गया हूं वक्त जैसा इंसान। वक्त है कि री वक्त के हाथों खुद को क्या सौंपा, वक्त से बन गया हूं वक्त जैसा इंसान। व...
बैठी हूँ आज दर पे , इस राग को मैं गाने ये गली और सड़कें , सब लगे हैं डराने। जाऊं म बैठी हूँ आज दर पे , इस राग को मैं गाने ये गली और सड़कें , सब लगे हैं डराने। ...
वो लोग पसंद नहीं हमें, जो वादा करके, तोड़ जाते हैं। वो लोग पसंद नहीं हमें, जो वादा करके, तोड़ जाते हैं।
मुन्नी ने खुशी से फिर, जोर -जोर से ताली बजाई। मुन्नी ने खुशी से फिर, जोर -जोर से ताली बजाई।
भटका भाई दर बदर, भरने मटका पूर्ण, मटके में अटका रहा, उड़ने वाला चूर्ण। उड़ने वाला चूर् भटका भाई दर बदर, भरने मटका पूर्ण, मटके में अटका रहा, उड़ने वाला चूर्ण। उड़ने...